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माँ भुवनेश्वरी चालीसा - Ma Bhuvneshwari Chalisa

॥ दोहा ॥


जयति जयति जगदम्बे मातु, भुवनेश्वरी जय जय हे मातु।

सर्व मंगल कारण देवी, सद्गुण सुरसा मातु हे वी।


॥चौपाई॥

जयति जयति जगदम्बे भवानी,

करुणा सिन्धु भक्त सुखदानी।


शरणागत वत्सल भवानी,

सर्वशक्ति प्रदायिनी माँ भवानी।


तुम ही विश्व की हो आधार,

तुमसे ही सबका उद्धार।


शक्ति रूपिणी तुम मातु भवानी,

सभी के जीवन की हो कहानी।


तुम्हारी महिमा अपरम्पार,

तुम्हारे बिना कौन है उपकार।


तुमसे ही सबकी होती रक्षा,

तुम्हीं हो समस्त जगत की रक्षक।


तुम्हारी कृपा से सब सुखी,

तुम्हारी कृपा से सब दुःखी।


तुम्हारे बिना सब असहाय,

तुम्हारे बिना सब निर्बल।


हे माँ तुम्हारी महिमा न्यारी,

तुमसे ही सारी सृष्टि हमारी।


तुम्हारे चरणों में जो भी आए,

सभी को सुख-शांति मिल जाए।


संकट में जो तुम्हें पुकारे,

तुम उसकी सुधि सदा सहारे।


तुम्हारी कृपा से ही हो सबका कल्याण,

तुम्हारे बिना सब बेकार।


तुम ही तो सबकी पालनहार,

तुम्हीं हो सबकी उद्धार।


तुम्हारी शरण में जो भी आए,

उसका जीवन धन्य हो जाए।


जयति जयति माँ भवानी,

तुमसे ही सबकी जुड़ी कहानी।


तुम्हारे बिना सब अधूरा,

तुम्हारे बिना सब सूना।


॥दोहा॥

जयति जयति जगदम्बे मातु, भुवनेश्वरी जय जय हे मातु।

सर्व मंगल कारण देवी, सद्गुण सुरसा मातु हे वी।

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